सोमवार, 11 अप्रैल 2016

केरल मंदिर हादसा

केरल मंदिर हादसा: 112 की मौत, पुलिस ने 5 को हिरासत में लिया 

केरल के कोल्लम जिले में पुत्तिंगल मंदिर में हुए भीषण हादसे के बाद पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया। केरल के डीजीपी ने इस बात की पुष्टि की है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मंदिर के स्टोरकीपर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं केस दर्ज होने के बाद से ही मंदिर प्रशासन के कुछ लोग गायब हो गए हैं। बता दें कि पुत्तिंगल मंदिर में रविवार सुबह आतिशबाजी के बाद भीषण आग लग गई थी। इस हादसे में 110 लोगों की मौत हो गई, वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें कुछ की हालत बेहद गंभीर है।
हादसे के बाद भी आतिशबाजी पर अड़ा मंदिर बोर्ड
पुत्तिंगल मंदिर में इतने बड़े हादसे के बाद भी त्रावणकोर देवासन बोर्ड ने किसी भी मंदिर में आतिशबाजी पर रोक लगाने से मना कर दिया है। बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि हम हादसे से दुखी हैं, लेकिन मंदिरों में होने वाली आतिशबाजी पर रोक नहीं लगा सकते। त्रावणकोर देवासम बोर्ड केरल के करीब 1200 मंदिरों का मैनेजमेंट संभालने वाली बॉडी है। घटना की जांच अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है।
आतिशबाजी को था स्थानीय नेताओं का समर्थन
पुत्तिंगल मंदिर कमेटी ने आतिशबाजी के लिए कोल्लम जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी। हालांकि प्रशासन की ओर से इतनी अनुमति नहीं दी गई। कोल्लम जिला प्रशासन के आदेश में साफ किया गया था कि मंदिर में मीना भरणी उत्सव के दौरान किसी भी तरह की आतिशबाजी नहीं की जाएगी। वहीं मंदिर कमेटी का कहना है कि प्रतिबंध केवल आतिशबाजी प्रतियोगिता पर लगा था वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मंदिर कमेटी को स्थानीय नेताओं का समर्थन हासिल था। इन नेताओं ने ही पुलिस पर दबाव डाला।
मुस्लिम नेताओं ने नहीं दी थी आतिशबाजी की इजाजत तो...
सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि कोल्लम डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ए. शाइनामोल और एडिश्नल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ए. शानवाज ने मंदिर में आतिशबाजी की इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद स्थानीय हिंदू संगठनों ने धमकी दी और आरोप लगाया कि सांप्रदायिक मकसद के चलते आतिशबाजी की परमिशन नहीं दी गई, क्योंकि डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ए. शाइनामोल और एडिश्नल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ए. शानवाज दोनों मुस्लिम हैं।
यहां भी हो सकता था ऐसा ही हादसा
मंदिर में आग लगे की ऐसी ही एक घटना छपरा के दिघवरा प्रखंड स्थित आमी गांव स्थित मां अम्बिका भवानी मंदिर में भी हुई। हालांकि यहां कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर के गर्भगृह में रविवार की सुबह शार्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। इसके बाद मंदिर के पुजारियों ने तत्परता दिखाई और सूचना बाहर लोगों तक नहीं पहुंची।

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