राजधानी, शताब्दी और दुरंतो का सफर होगा महंगा, 9 सितंबर से 71 रूट पर 142 ट्रेनों में डेढ़ गुना तक बढ़ जाएगा बेसिक फेयर
नई दिल्ली.राजधानी, शताब्दी और दुरंतो का सफर 9 सितंबर से महंगा होने जा रहा है। एविएशन सेक्टर की तरह ट्रेनों में भी रेलवे फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लॉन्च कर रहा है। इसके तहत बेसिक फेयर डेढ़ गुना तक बढ़ जाएगा। 1st AC और एग्जीक्यूटिव क्लास को इससे अलग रखा गया है। रेलवे घाटे से उबरने के लिए फेयर बढ़ा रहा है। फ्लेक्सी फेयर सिस्टम का असर 71 रूट्स पर तीनों तरह की 142 ट्रेनों के कुल किराये पर पड़ेगा। बता दें कि 163 साल में पहली बार ट्रेनों में एयरलाइंस की तरह ऐसा सिस्टम शुरू होगा। उदाहरण के साथ समझें, कैसे बढ़ेगा किराया...
- अभी दिल्ली-मुंबई राजधानी का बेसिक फेयर 1628 है। कुल किराया 2085 रुपए लगता है।
- फ्लेक्सी प्राइसिंग सिस्टम लागू होने के बाद हर 10% सीटें बुक होने पर किराया बेसिक फेयर 10% बढ़ेगा।
- मान लीजिए, दिल्ली-राजधानी में IIIrd AC में कुल 100 सीटें हैं तो शुरुआती 10 सीटों का किराया 2085 रुपए ही रहेगा।
- अगली 10 सीटों के लिए आपको बेसिक फेयर 1628 का 10% ज्यादा यानी 163 रुपए देने होंगे। इस तरह कुल किराया 2248 रुपए हो जाएगा।
- 40% यानी 40 सीटें बुक होने पर बेसिक फेयर इसी तरह 10% बढ़ता रहेगा।
- 40 सीटें बुक होने के बाद यानी 41 से 100वीं सीट तक किराया 1.4 गुना ही लगेगा। यानी आपको आखिरी की 60 सीटों के लिए 2737 रुपए देने होंगे।
- Ist AC और एग्जीक्यूटिव क्लास को फ्लेक्सी प्राइसिंग से अलग रखा गया है। यानी इन दोनों क्लास में पहले जितना ही किराया लगता रहेगा।
- मान लीजिए, दिल्ली-राजधानी में IIIrd AC में कुल 100 सीटें हैं तो शुरुआती 10 सीटों का किराया 2085 रुपए ही रहेगा।
- अगली 10 सीटों के लिए आपको बेसिक फेयर 1628 का 10% ज्यादा यानी 163 रुपए देने होंगे। इस तरह कुल किराया 2248 रुपए हो जाएगा।
- 40% यानी 40 सीटें बुक होने पर बेसिक फेयर इसी तरह 10% बढ़ता रहेगा।
- 40 सीटें बुक होने के बाद यानी 41 से 100वीं सीट तक किराया 1.4 गुना ही लगेगा। यानी आपको आखिरी की 60 सीटों के लिए 2737 रुपए देने होंगे।
- Ist AC और एग्जीक्यूटिव क्लास को फ्लेक्सी प्राइसिंग से अलग रखा गया है। यानी इन दोनों क्लास में पहले जितना ही किराया लगता रहेगा।
लोग फ्लाइट की ओर ज्यादा जाएंगे
- रेलवे की इस पहल से लोग फ्लाइट की ओर ज्यादा जाएंगे। सरकार चाह भी यही रही है। ताकि ट्रेनों पर से कुछ हद तक दबाव कम हो सके।
- हालांकि इससे रेलवे में टिकट बुक कराने वाले दलाल भी ज्यादा कमाई करने लगेंगे। क्योंकि वे अब कंज्यूमर से ज्यादा चार्ज करेंगे।
- हालांकि इससे रेलवे में टिकट बुक कराने वाले दलाल भी ज्यादा कमाई करने लगेंगे। क्योंकि वे अब कंज्यूमर से ज्यादा चार्ज करेंगे।
किस क्लास में मैक्सिमम कितना बढ़ेगा बेसिक फेयर?
- सेकंड सीटिंग, स्लीपर, सेकंड एसी और चेयर कार में शुरुआती आधी सीटों तक हर 10% सीटें बुक होने पर 10% बेसिक फेयर बढ़ेगा।
- इन सभी क्लास में मैक्सिमम फेयर का कैप बेसिक फेयर का डेढ़ गुना होगा।
- वहीं, थर्ड एसी में शुरुआती 40% सीटों तक बेसिक फेयर हर 10% सीटें बुक होने पर 10% बढ़ेगा। इसके बाद बची हुई सीटों पर चार्ज बेसिक फेयर का 1.4 गुना ही रहेगा।
- वहीं, थर्ड एसी में शुरुआती 40% सीटों तक बेसिक फेयर हर 10% सीटें बुक होने पर 10% बढ़ेगा। इसके बाद बची हुई सीटों पर चार्ज बेसिक फेयर का 1.4 गुना ही रहेगा।
कितनी ट्रेनों में महंगा होगा सफर?
- 71 रूट पर अप एंड डाऊन 54 दुरंतो, 42 राजधानी और 46 शताब्दी एक्सप्रेस यानी 142 ट्रेनों पर फ्लेक्सी फेयर सिस्टम से असर पड़ेगा।
- 71 रूट पर अप एंड डाऊन 54 दुरंतो, 42 राजधानी और 46 शताब्दी एक्सप्रेस यानी 142 ट्रेनों पर फ्लेक्सी फेयर सिस्टम से असर पड़ेगा।
पहले से टिकट ले रखा है तो क्या ट्रेवल करते वक्त बढ़ा किराया देना होगा?
- नहीं। अगर 9 सितंबर या उसके बाद के सफर के लिए पहले से राजधानी, दुरंतो या शताब्दी में टिकट बुक करा रखा है तो ट्रेवलिंग के वक्त एक्स्ट्रा किराया नहीं लिया जाएगा।
- नहीं। अगर 9 सितंबर या उसके बाद के सफर के लिए पहले से राजधानी, दुरंतो या शताब्दी में टिकट बुक करा रखा है तो ट्रेवलिंग के वक्त एक्स्ट्रा किराया नहीं लिया जाएगा।
रद्द टिकट पर करंट रेट से ही लिया जाएगा किराया
- टिकट रद्द होने पर करंट रेट पर किराया लिया जाएगा। यानी उस वक्त जो किराया चल रहा होगा, वही लागू होगा। चार्ट बनने के बाद टिकट रद्द हुआ तो करंट काउंटर पर ये टिकट उपलब्ध होंगे। पर इसके लिए भी वही किराया लिया जाएगा, जो अंतिम टिकटों के लिए लिया गया होगा। इन ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल कोटा नहीं होगा। जिन्हें किराए में छूट है, उन्हें उसी दर पर मिलेगी, जो उस वक्त चल रही होगी।
- टिकट रद्द होने पर करंट रेट पर किराया लिया जाएगा। यानी उस वक्त जो किराया चल रहा होगा, वही लागू होगा। चार्ट बनने के बाद टिकट रद्द हुआ तो करंट काउंटर पर ये टिकट उपलब्ध होंगे। पर इसके लिए भी वही किराया लिया जाएगा, जो अंतिम टिकटों के लिए लिया गया होगा। इन ट्रेनों में प्रीमियम तत्काल कोटा नहीं होगा। जिन्हें किराए में छूट है, उन्हें उसी दर पर मिलेगी, जो उस वक्त चल रही होगी।
इस तरह समझें कितना बढ़ेगा किराया
1# मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस
क्लास | अभी किराया | शुरुआती 10% सीटें भरने के बाद किराया | मैक्सिमम किराया |
IIIrd AC | 2085 | 2248 | 2737 |
IInd AC | 2870 | 3107 | 4055 |
Ist AC | 4755 | 4755 | 4755 |
2# देश की सबसे तेज शताब्दी एक्सप्रेस : हबीबगंज (भोपाल) - दिल्ली
क्लास | अभी किराया | शुरुआती 10% सीटें भरने के बाद किराया | मैक्सिमम किराया |
AC Chair | 1140 | 1224 | 1560 |
Executive | 2325 | 2325 | 2325 |
3# नई दिल्ली-हावड़ा दुरंतो एक्सप्रेस
क्लास | अभी किराया | शुरुआती 10% सीटें भरने के बाद किराया | मैक्सिमम किराया |
Sleeper | 860 | 922 | 1170 |
IIIrd AC | 2135 | 2302 | 2800 |
IInd AC | 2930 | 3172 | 4140 |
Ist AC | 4855 | 4855 | 4855 |
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