गुरुवार, 23 जून 2016

कैबिनेट में फेरबदल से पहले PM ने मंत्रियों से मांगी अप्रेजल रिपोर्ट

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से 30 जून को सेल्फ अप्रेजल रिपोर्ट मांगी है। सभी मंत्री अपने कामकाज को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे। उनकी अप्रेजल रिपोर्ट से कैबिनेट में फेरबदल को लेकर फैसला हो सकता है। सरकार से जुड़े एक सूत्र का कहना है, मोदी सरकार द्वारा दूसरा बजट पेश किए जाने के बाद से सभी मंत्रियों को अपने विभाग के कामकाज पर एक प्रेजेंटेशन बनाकर देने का निर्देश दिया गया है। मीटिंग ऐसे समय में बुलाई गई है जब मॉनसून सत्र से पहले कैबिनेट में फेर-बदल की खबरें तेज हैं। 

कैबिनेट में होने वाले बदलावों के बारे में मीडिया में ऐसी खबर है कि आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव हैं, वहां के प्रतिनिधियों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी। माना जा रहा है कि यूपी और पंजाब के कोटे से ज्यादा मंत्री बनाए जा सकते हैं। दोनों ही राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। सरकार से जुड़े एक सूत्र का कहना है, ऐसी खबर है कि 30 जून को होने वाली बैठक कैबिनेट में बदलाव से पहले की प्रक्रिया है। 

प्रधानमंत्री खुद समय-समय पर विभिन्न मंत्रालयों का प्रदर्शन देखते रहे हैं और उनका फोकस योजनाओं के तय समय में क्रियान्वयन पर रहा है। कई महत्वपूर्ण राज्यों में होने वाले चुनावों से पहले जमीनी स्तर पर योजनाओं को पूरा करने की कोशिश तेज है। इन दिनों विभिन्न मंत्रालयों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा का माहौल नजर आ रहा है। सभी मंत्री और विभाग सर्वश्रेष्ठ रेटिंग पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी ने मंत्रियों से कहा है कि एनडीए सरकार द्वारा पेश किए गए दूसरे बजट के बाद से उन्होंने जो काम किया है उसका हिसाब-किताब इस मीटिंग में लेकर आएं। माना जा रहा है कि 15 जुलाई के बाद शुरू होने वाले पार्लियामेंट के मानसून सेशन से पहले मोदी कैबिनेट में बदलाव कर सकते हैं। इस लिहाज से 30 जून को होने वाली मीटिंग खास हो जाती है।

राजस्थान के नेता ओम माथुर और अर्जुन मेघवाल मंत्री बनाए जा सकते हैं। तीन और नेता मंत्री बनने की दौड़ में हैं। यूपी में अगले साल इलेक्शन के मद्देनजर मनोज सिन्हा और संजीव बालियान को प्रमोट किया जा सकता है। दोनों अभी राज्यमंत्री हैं। पावर मिनिस्ट्री का इंडिपेंडेंट चार्ज रखने वाले पीयूष गोयल भी प्रमोट हो सकते हैं। इलाहाबाद से सांसद श्याम चरण गुप्ता मंत्री बनाए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि यूपी में विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये फैसला लिया जा सकता है। असम से रमेन डेका को भी मिनिस्टर बन सकते हैं। विनय सहस्त्रबुद्धे मंत्री बनाए जा सकते हैं। वे राज्यसभा से सांसद हैं। वहीं, गिरिराज सिह, नजमा हेपतुल्ला और निहालचंद की कुर्सी जा सकती है। 

सूत्रों का मानना है कि मोदी कैबिनेट में पंजाब और यूपी के नेताओं को ज्यादा जगह मिल सकती है। इसकी वजह इन दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। बता दें कि मोदी समय-समय पर अपने मंत्रियों से परफॉर्मेंस रिपोर्ट मांगते रहे हैं। 

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