रविवार, 3 जुलाई 2016

दूसरे दिन भी बदरीनाथ हाईवे बंद,33 घंटे से हैं फंसे 3000 यात्री

नई दिल्ली। गुरूवार रात भारी बारिश ने चमोली जिले में कहर मचा दिया। शुक्रवार सुबह करीब साढे पांच बजे बंद बदरीनाथ हाईवे शनिवार तक नहीं खुला। बीआरओ की टीमें मलबा हटाने में जुटी रहीं। हाईवे मैठाणा से लेकर चमोली तक बंद है। 

वहीं चमोली से लेकर गोपेश्वर तक हाईवे कई जगहों पर बंद है। चमोली जिले में घाट और दशोली ब्लॉक में आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई। छह लोगों केबारे में आशंका जताई जा रही है कि ये लोग नदी में बह गए या मलबे में दबे हैं। घाट ब्लाक में लापता लोगों को तलाशने के लिए एनडीआरएफ के 40 जवानों की टीम लगाई गई है।

चमोली जिले में नंदाकिनी नदी उफान पर है, इस वजह से नदी में बहे लोगों को तलाश करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।वहीं प्रशासन ने घाट औऱ जाखणी क्षेत्र के आपदा प्रभावित 18 परिवारों को स्कूल और अस्पताल में ठहराया है। कुछ परिवार अपने रिश्तेदारों के घरों में शरण लिए हुए हैं। आपदा राहत प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया प्रभावित परिवारों को तिरपाल और राशन दिया जा रहा है।

रूद्रप्रयाग से मिली खबर के अनुसार केदारघाटी में लगातार मौसम खराब होने के कारण तीन दिन से हेलीकॉप्टर सेवा नहीं चल सकी। शनिवार को भी केदारनाथ में बारिश जारी रही जबकि गौरीकुंड से रामबाडा और केदारनाथ तक घना कोहरा रहने की वजह से हेलीकॉप्टर उडान नहीं भर सके। केदारनाथ की यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाएं देने वाली छह कंपनियां मानसून को देखते हुए दिल्ली लौट गई हैं जबकि पांच कंपनियां अभी सेवाएं दे रही हैं।
उत्तराखंड और मुंबई को आने वाले दिनों में भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों, खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चमपावत जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तराखंड के लिए अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। उधर, मुंबई में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है 

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