शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

आखिर क्यों... अमिताभ TO सलमान हुए शर्म से लाल?

ना जाने  कितनी बार हमें अपनों बचकानी हरकतों से या बेवकूफी के कारण लोगो के बीच शर्मिंदा होना पड़ जाता है।   गुजरता है फिर चाहे वह बॉलीवुड के सेलेब्स ही ही क्यों ना हो।  आखिर वो भी तो इंसान ही है और उनसे भी कभी कभी कुछ ऐसा हो जाता है जिस कारण उन्हें सबके सामने शर्मिंदगी उठानी पड़ती हैं।  रो आज आपको अपने लेकह के जरिये बॉलीवुड सितारों के कुछ ऐसे दिलचस्प किस्से बताएंगें जिनके कारण इन्हे शर्मिंदा होना पड़ा। सलमान खान
मुझे एक जगह ऑडिशन देने जाना था और मजे की बात ये है कि वो ऑडिशन डांस से रिलेटेड था। लिहाजा मैंने कोरियोग्राफर फराह खान के साथ डांस की खूब प्रेक्टिस की। फराह ने मुझे अच्छे-अच्छे स्टेप्स सिखाए। जब मैं आडिशन देने पहुंचा तो वहां फराह भी मेरे साथ थीं। उस वक्त टेंशन में मैंने इतना गंदा डांस किया कि फराह तो वहां से भाग गई और मैं डर के मारे और खराब डांस करने लगा। फिर मुझे लगा कि मेरा कुछ ज्यादा ही कचरा हो रहा है तो मैं भी किसी से बिना कुछ कहे वहां से निकल लिया। आज भी मुझे अपना वो ऑडिशन याद आता है तो हंसी आती है और शर्मिंदगी भी होती हैअमिताभ बच्चनकरियर के शुरुआती दौर मे मुझे अपने लुक को लेकर कई बार शर्मिदा होना पड़ता था। मैंने हीरो बनने का उस वक्त फैसला किया था जब मैं जरूरत से ज्यादा पतला और लंबा था। जब कि उस वक्त के हीरो डबल बॉडी और अच्छे डीलडौल वाले हुआ करते थे। उसी दौरान मैं और डैनी एक प्रोड्यूसर के पास ऑडिशन के लिए पहुंचे थे। उस प्रोड्यूसर ने जब हमें बुलाया और देखा तो वह बेहोश होते-होते बचा। उसके बाद बोला- तुम दोनों के मन में हीरो बनने का ख्याल आया कैसे? डैनी के लिए उसने बोला, इसका पहाड़ी नैन नक्श है, वहीं मेरे लिए कहा कि तुम जरूरत से ज्यादा लंबे और पतले हो। है। उस प्रोड्यूसर के मुंह से अपने लिए ऐसी बातें सुनकर हमें बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई।अक्षय कुमार
मैं दिल्ली का रहने वाला हूं और मराठी भाषा से कोसों दूर हूं, लिहाजा स्ट्रगल के दौरान जब मैं बस में ट्रैवल करता था उसी दौरान एक बार बस में बहुत भीड़ थी और कंडक्टर लगातार बोल रहा था कुढ़े चला, कुढ़े चला। इसका मतलब होता है आगे बढ़ो...आगे बढ़ते रहो। चूंकि मुझे मराठी भाषा नहीं आती थी इसलिए मैं अपनी जगह से टस से मस नहीं हो रहा था। उसके बाद वो कंडक्टर मेरे पास आया और बोला...अरे कुढ़े चला ना कशा ला उभा आहे इकड़े। इसका मतलब है अरे आगे बढ़ो ना यहीं क्यों खड़े हो। उसके ये बोलने पर भी मैं उसका मुंह ताक रहा था कि ये क्या बोल रहा है। तब पास खड़े एक यात्री को समझ आ गया कि मुझे मराठी नहीं आती। तो उसने मुझसे कहा वो आपको आगे बढ़ने के लिए बोल रहा है। ये सुन कर मुझे शर्मिंदगी हुई क्योंकि पूरी बस मेरा मुंह देख रही थी। उसके बाद मैंने पहला काम ये किया कि सबसे पहले मराठी सीखी। 
आलिया भट्ट
मुझे मेरे जनरल नॉलेज की वजह से कई बार शर्मिंदा होना पड़ा है। बाद में मैंने सोचा कि मैं एक एक्ट्रेस हूं अगर मेरा जनरल नॉलेज कमजोर भी है तो ये कोई बड़ी बात नहीं है। मैं बेहतरीन एक्टिंग से अपनी काबिलियत दिखाने की कोशिश कर सकती हूं। कई बार ऐसा भी होता है कि हम लोग शॉर्ट ड्रेस पहन कर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आ जाते हैं तब हमारी कुछ फोटोज ऐसी भी खिंच जाती हैं, जिसे देख कर बाद मे शर्मिंदगी महसूस होती है। क्योंकि उसमे हमारे अंडर गारमेंट्स दिख जाते हैं, जो बहुत ही शर्मनाक होता है।
दीपिका पादुकोण
अमिताभ जी को मैं अपना फादर फिगर मानती हूं और पीकू के दौरान मैं उनको बाबा कह कर बुलाती थी। हमारे बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। इसलिए हम जब भी सेट पर होते थे तो बहुत ही अच्छा माहौल होता था। पीकू की रिलीज के बाद ही मेरा बर्थडे था, जिसमे मैं पता नहीं कैसे बाय मिस्टेक अमित जी को इनवाइट करना ही भूल गई। उसके बाद मीडिया ने जब अमित जी से पूछा मेरे बर्थडे में शामिल होने के बारे में तो उन्होंने बड़े प्यार से कहा दीपिका ने मुझे आमंत्रित ही नहीं किया। ये सुनकर मुझे इतनी शर्मिंदगी हुई कि मैं आपको बता नहीं सकती। उसके तुरंत बाद ही मैंने अमित जी को स्पेशली फोन करके सॉरी बोला और माफी मांगी।सोनाक्षी सिन्हा
एक बार मैं भूल से अपनी फिल्म के सेट पर पहुंचने के बजाय दूसरे सेट पर पहुंच गई थी। फिल्मसिटी में बहुत सारे स्टूडियोज एक जैसे हैं, लिहाजा कई बार कन्फयूजन हो जाता है। जब मैं अचानक सेट पर पहुंची तो सब हैरानी भरी नजरों से मुझे देखने लगे। बेचारे यूनिट वाले कुछ बोल भी नहीं पा रहे थे कि तभी मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ है। मैं तुरंत वहां से निकल गई। इसी तरह मैं पिछले दिनों फैशन डिजाइनर विक्रम फडणीस के फैशन शो मे रैंप वॉक कर रही थी। उस वक्त मैं खुद को संभाल नहीं पाई और धड़ाम से गिर गई। हालांकि फिर भी मैंने बिना शरमाए अपनी रैंप वाक पूरी की।
कैटरीना कैफएक बार मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई जब मैं अक्षय के साथ एक फिल्म कर रही थी। उसमें मुझे अक्षय को थप्पड़ मारना था। चूंकि मैं अक्षय को थप्पड़ मारने बिल्कुल भी कम्फर्ट नहीं थी इसलिए मैंने थप्पड़ मारने वाले शॉट में कई रिटेक किए। फाइनली जब मैंने अक्षय को जोरदार थप्पड़ मारा तब कहीं जाकर शॉट ओके हुआ। लिहाजा मैं जब अक्षय के पास गई और उसे थप्पड़ के लिए सारी कहा तो वह बोले- पहले ही जोर से थप्पड मार देती तो इतने रिटेक नहीं होते और मैं भी थोड़ा कम थप्पड़ खाने से बच जाता। जब अक्षय ने ऐसे रिएक्ट किया तो मैं बिना शरमाए नहीं रह पाई।
संजय दत्त
जब मैं ड्रग्स का आदी हो गया था उस दौरान मैं अपने पिता के चेहरे पर मजबूरी और दुख से भरी मुस्कुराहट देखता था तो मुझे शर्मिंदगी होती थी। मैं इतना मजबूर हो गया था कि ड्रग्स छोड़ भी नहीं पा रहा था। उस वक्त मैंने एक बार अपने पापा से कहा कि मैं ड्रग्स छोड़ना चाहता हू मैं आपको और दुखी नहीं देख सकता। इसी तरह एक बार मुझे शर्मिंदगी तब हुई थी जब रक्षा बंधन के दिन मेरी बहनें मुझे जेल मे राखी बांधने आई थीं। उस वक्त मैंने उनको अपनी जेल की कमाई के पैसे दिए थे। तब मुझे ये सोच कर बहुत शर्म आई कि मेरी बहनों को मेरी वजह से क्या-क्या देखना पड़ रहा है
जैकलीन फर्नांडिसमुझे सबसे ज्यादा शर्मिंदगी तब हुई थी जब मैं सलमान के साथ फिल्म `किक` का गाना जुम्मे की रात है कर रही थी। उस दौरान मुझे जब डांस करना था तभी मेरा पैर डांस फ्लोर पर फिसल गया और मैं धड़ाम से गिर पड़ी। चूंकि मैं प्रोफैशनल डांसर हूं इसलिए मुझे बहुत शरम आई लेकिन बाद में जब गिरने की वजह से मेरे पैर और कमर मे दर्द शुरू हो गया तो मैं कराहने लगी। दर्द के मारे मुझे रोना भी आ रहा था। लेकिन साथ ही जब सब यूनिट वाले मुझे उठा कर ले जा रहे थे तब मुझे बेहद शर्म भी आ रही थी।
धर्मेन्द्रआज के कलाकार पूरा पैकेज हैं। उन्हें सब कुछ आता है फिर चाहे वह नाचना हो, रोमांस हो या एक्शन। लेकिन हमारे जमाने में ऐसा बिल्कुल भी नहीं था कि हीरो को डांस आना ही चाहिए। शायद यही वजह थी कि मैं एक्टिंग लाइन में आ भी गया। डांस के मामले में मैं एकदम फिसड्डी हूं। लिहाजा जब मुझे अपनी फिल्म प्रतिज्ञा के लिए डांस करने को कहा गया तो मेरी सांस ही फूल गई। उस पर डांस डायरेक्टर मुझे डांस सिखाने लग गए और पूरा दिन निकल गया लेकिन मुझे एक भी स्टेप नहीं आया। लिहाजा डायरेक्टर ने कहा तुम्हें जैसा भी डांस आता है करो। हम फाइनल टेक कर देंगे। उसके बाद जो मैंने ऊल-जलूल डांस किया तो वहां मौजूद पूरी यूनिट हंस-हसंकर लोट-पोट हो गई। जब मैंने अपना वो डांस देखा तो शर्म के मारे मेरी हालत खराब हो गई। उस वक्त मैं शर्मिदा हुए बिना नहीं रह सका। लेकिन बाद में मेरा वही डांस मेरा सिग्नेचर स्टेप बन गया। वो गाना था फिल्म प्रतिज्ञा का जट यमला पगला दिवाना।

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