शुक्रवार, 8 जुलाई 2016

जाकिर पर घिरे दिग्विजय ने राजनाथ से पूछा-प्रज्ञा ठाकुर से क्यों मिले!

नई दिल्ली। मुस्लिम धर्मगुरु जाकिर नाइक पर शिकंजा कसता जा रहा है। इंटेलिजेंस एजेंसियां उसके हाफिज सईद के कनेक्शन की भी जांच कर रही है। वहीं, सूत्रों की मानें तो देश लौटने के बाद किसी भी वक्त जाकिर नाईक की गिरफ्तारी हो सकती है। आपको बता दें कि ढाका के एक कैफे में आतंकी हमले में 20 लोगों की हत्या के बाद विवादों में आए इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक लगातार सफाई दे रहे हैं। लेकिन, बांग्लादेश के बाद भारत ने सख्त रुख अपना लिया है और महाराष्ट्र सरकार ने जांच शुरू कर दी है। केंद्र ने भी नाईक के बयान पर आपत्ति जताई है। दूसरी तरफ नाइक के साथ कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह का पुराना विडियो क्लिप सामने आया तो उनसे भी तीखे सवाल पूछे गए। गुरुवार जब यह विडियो सामने आया तो मीडिया में इसकी खूब चर्चा हुई। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह नाइक के मंच पर सांप्रदायिकता के खिलाफ बोलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि नाइक की भूमिका संदिग्ध है तो इसकी जांच होनी चााहिए। इस मामले में दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर सीधा हमला बोला। -
उन्होंने ट्वीट कर कहा, जाकिर नाइक के साथ मंच साझा करने के लिए मेरी आलोचना हो रही है लेकिन राजनाथ सिंह जी ने बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर के साथ मीटिंग की थी उसका क्या हुआ? दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से एक और ट्वीट किया है- और समाज में नफरत फैलाने वाले गिरिराज सिंह और साध्वी निरंजन ज्योति आज भी मंत्रिमंडल में हैं। जय हो राष्ट्रवाद। इस ट्वीट के बारे में उन्होंने कहा कि यह उनके किसी मित्र ने साझा किया है। दिग्विजय सिंह ने एक और ट्वीट कर पूछा, प्रज्ञा ठाकुर बम ब्लास्ट की आरोपी है क्या जाकिर नाइक पर कोई अब तक कोई केस है? श्री श्री रविशंकर जी के बार में क्या कहना है उन्होंने भी नाइक के साथ मंच साझा किया था। दिग्विजय सिंह द्वारा जाकिर नाइक की तारीफ के बाद कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर आ गई है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस की आतंकी संगठनों से सहानुभूति कोई नई बात नहीं है।

हाफिज से जाकिर के कनेक्शन की भी जांच
 
इंटेलिजेंस एजेंसियां नाईक व हाफिज सईद के कनेक्शन की भी जांच कर रही है। आतंकी सईद मुंबई में आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। बताया जा रहा है कि उसके संगठन जमात उल दावा की उर्दू वेबसाइट पर जाकिर के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की साइट की लिंक मौजूद थीं। हालांकि 26/11 अटैक के बाद जमात ने अपनी वेबसाइट का नाम और एड्रेस बदल दिया था। बता दें ढाका में पिछले हफ्ते हुए आतंकी हमले में शामिल दो टेररिस्ट मुस्लिम प्रीचर (धर्म उपदेशक) डॉक्टर जाकिर नाइक से इंस्पायर थे। 

नाइक की स्पीच से प्रभावित थे आतंकी

जब ढाका हमले के बाद यह बात सामने आई कि कैफे में हमला करने वाले आतंकी नाइक की स्पीच से प्रभावित थे। बांग्लादेश सरकार की तरफ से बताया गया कि ये जाकिर नाइक के प्रशंसक थे और उनके इस्लामिक उपदेशों का पालन करते थे। इसके बाद से नाइक की भूमिका संदिग्ध हो गई है। हैदराबाद में एनआईए की रेड में पकड़े गए आईएस के संदिग्धों में से एक ने बताया है कि वह नाइक और शरिया कानून को पसंद करता है। इसके बाद सरकार भी हरकत में आई और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि एजेंसिया नाइक की भूमिका की जांच कर रही हैं। 
विवादों के बीच नाइक ने दी सफाई

इन विवादों के बीच नाइक ने एक बयान जारी कर कहा है, मैं इस बात से बिल्कुल असहमत हूं कि ढाका के हमलावार मुझसे प्रेरित थे। मैंने एक भी ऐसी बात कभी नहीं कही है जिसमें हिंसा को उकसाने जैसी चीज हो।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें