शुक्रवार, 26 अगस्त 2016

जयपुर में 500 करोड़ की जमीन पर कार्रवाई से पूर्व राजकुमारी नाराज

जयपुर में 500 करोड़ की जमीन पर कार्रवाई से पूर्व राजकुमारी नाराज, कहा- रॉयल फैमिली के अपमान का अंजाम भुगतना होगा

जयपुर.होटल राजमहल पैलेस से जुड़ी 12 बीघा जमीन को जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा कब्जे में लेने और होटल के मेन गेट को सील करने के खिलाफ बीजेपी एमएलए और पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी खुलकर सामने आ गई हैं। उन्होंने कहा कि जेडीए का रवैया गलत था। उन्होंने पेपर ही नहीं देखें। उन्होंने मेरा और मेरे पूरे राजपरिवार का अपमान किया है। इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी। पूरी कार्रवाई साजिश के तहत की गई। राजपरिवार ने जेडीए को जमीन दी है, कभी ली नहीं। क्या है पूरा विवाद...
- राजमहल पैलेस जयपुर राजघराने के सबसे महंगे होटलों में शुमार है। बुधवार को यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
- जयपुर डेलवपमेंट अथॉरिटी (JDA) ने होटल की जमीन के एक हिस्से को कब्जे में ले लिया। 4 गेट और एक बिल्डिंग पर ताला जड़ दिया। 2 हिस्सों में बुलडोजर भी चले। इस दौरान दीया कुमारी की जेडीए के अफसर शिखर अग्रवाल से तीखी नोक-झोंक हुई। 
- 12 बीघा इस जमीन की कीमत 500 करोड़ रुपए बताई गई है। कहा यह जा रहा है कि होटल के खिलाफ कार्रवाई के लिए जेडीए के पास पुख्ता दस्तावेज हैं। यह भी कहा जा रहा है कि वसुंधरा राजे को भी इसकी जानकारी है।
दीया कुमार से भास्कर के सीधे सवाल...
Q. चर्चा है राजमहल की पहले डील हुई, सौदा नहीं हुआ तो कार्रवाई हुई?
दीया:ऐसी कोई बात नहीं। राजमहल हमारी ही प्रॉपर्टी है। हमने सुजान ग्रुप को मैनेजमेंट के लिए दिया है। दो साल हो गए। इसका किसी से कोई लेना-देना नहीं। मेरे पूर्वजों की देन है। किसी को भी किसी भी कीमत पर नहीं दूंगी। इसकी कोई कीमत नहीं है। इसमें मेरा व मेरे परिवार के लोगों का इमोशनल अटैचमेंट है। ऐसी नौबत क्या आ गई कि इसको बेचूंगी। यह अफवाह गलत है। यह सोचा भी क्यों किसी ने। मैं भी इस अफवाह से परेशान हो गई हूं। मैं स्पष्ट कह देती हूं कि यह होटल हमारा है।
Q. जेडीए ने जो कार्रवाई की उसके बारे में क्या आपको पहले से पता था?
दीया :एक दिन पहले नोटिस चस्पा किया था। जेडीए से बात हुई तो मैंने कहा कि जो भी कार्रवाई करें, न्यायोचित करें। उन्होंने कहा-ठीक है। कल आप किसी के साथ आॅफिस में दस्तावेज भेज दीजिए। अगले दिन सुुबह सात बजे जेसीबी लेकर पहुंच गए। मुझे धक्का लगा। रात को कुछ बोला, सुबह कुछ बोला।
Q. ऐसी कार्रवाई को क्या कहेंगी?
दीया:मेरे साथ मेरे पूरे परिवार का भी अपमान हुआ। जयपुर बसाया ही मेरे पूर्वजों ने। जेडीए तो बाद में बना है। जयपुर तो पहले से ही मेरा है। जयपुर के लिए मेरे पूर्वजों ने कुर्बानी दी है। आज बड़े संस्थान, कॉलेज, म्यूजियम ये किसकी देन हैं? चाहे रामसिंहजी, जयसिंहजी, माधोसिंहजी, गायत्री देवी या मानसिंह जी। या मेरे पिता जो देश के लिए लड़े।
कौन हैं दीया कुमारी?
- दीया कुमारी जयपुर के महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। परिवार की विरासत दीया ही संभालती हैं। 
- इनमें राजमहल पैलेस, सिटी पैलेस, जयपुर का घर, जयगढ़ फोर्ट, दो ट्रस्ट- महाराजा सवाई सिंह द्वितीय संग्रहालय ट्रस्ट जयपुर और जयगढ़ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट शामिल हैं।
- अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी से इम्प्रेस होकर दीया राजनीति में आईं। इन्होंने 10 सितंबर 2013 को बीजेपी ज्वाइन की।
- 2013 में हुए राजस्थान असेंबली इलेक्शन में दीया कुमारी सवाई माधोपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचीं।
Q. क्या आपने जेडीए की जमीन पर कब्जा कर रखा था?
दीया :जेडीए की जमीन पर कोई कब्जा नहीं है। जो जेडीए की जमीन है वह ले ले, हमने कब मना किया। मगर मेरी जमीन जेडीए जबरन नहीं ले सकता। मैं राजघराने से हूं। एमएलए हूं। आप सोचो ..जब मेरे साथ ही इस तरह की कार्रवाई हो सकती है तो आम जनता का क्या होगा?
Q. आप सत्तारूढ पार्टी की विधायक हैं, पूर्व राजपरिवार से हैं। आपके ही हाेटल में इस तरह की कार्रवाई हुई। आपकी छवि पर असर पड़ रहा है?
दीया:कोई लीगल को भी इलीगल बनाना चाह रहे हैं। तो मैं क्या कर सकती हूं। मैं भी आज जनसेवा में हूं। मर्जी से आई हूं पॉलिटिक्स में। मुझ पर दबाव नहीं था। मैं खुद आना चाहती थी। मैं कुछ करना चाहती थी। जनप्रतिनिधि होने के बाद भी मेरे खुद के घर में ही ऐसा हो रहा है तो क्या होगा। मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोग कह रहे हैं, यह क्या हो रहा है? मैं उनके लिए क्या कर सकती हूं। आज मैं कोई गलत चीज नहीं मांग रही। यह तानाशाही हो गई। ऐसे अफसर बर्दाश्त के बाहर हैं।
Q. जेडीए का कहना है कि अवैध निर्माण था, कब्जा था, हमने उसे हटाया है?
दीया :जेडीए ने कार्रवाई की है वो गलत है। ओपन लैंड थी, बिल्डिंग के दोनों ओर। उसको तो हम भी नहीं कह रहे थे कि हमारी है। खाली थी। हमने निर्माण नहीं किया। जेडीए की जमीन छोड़कर ही हमने प्लांटेशन किया। जेडीए की जमीन लेकर मैं क्या करूंगी? जेडीए की जमीन के बारे में हम नहीं कह रहे हैं कि हमारी है। हमने प्लांटेशन ही हमारी जमीन में किया है। मेरे परिवार ने जेडीए को जमीन दी है। फिर यह बात कहां से आ गई कि मैं किसी सरकारी जमीन को लेकर बैठी हूं। हमारी भी काफी जमीन है, जो मालिकाना हक हमारा है लेकिन बिल्डिंग किसी ओर की है। मगर जो डिक्री हुई है उसे अमल करना चाहिए। 

Q. कार्रवाई के दौरान आपके साथ जेडीए अफसरों के बर्ताव को लेकर भी चर्चा है कि आपके साथ वे गलत रवैए से पेश आए?
दीया:जेडीसी का रवैया गलत था। ऐसे पेश नहीं आना चाहिए था। मैं कह रही थी कि पेपर देख लीजिए। बैठ जाते हैं। इतनी जल्दी क्या थी मेरे समझ में नहीं आ रहा। मैं कहीं भाग के जा रही थी क्या। जमीन कहीं नहीं जा रही थी। क्या मैंने कोई बिल्डिंग खड़ी कर दी थी वहां, जिसे तोड़ने आ गए। जिस पर कार्रवाई की उसकी डिक्री हो चुकी थी। उस पर कार्रवाई की जो गलत है। यह उनको भुगतना पड़ेगा ही। मुझे खुद को भी समझ में नहीं आ रहा कि इतनी जल्दबाजी में करने की जरूरत क्या थी।

Q. कार्रवाई के विरोध में आपने कहां-कहां आपत्ति दर्ज कराई?
दीया: मैंने हर स्तर पर पहुंचाया है। आगे तक बताया है। मैं आफिशियली विरोध करूंगी। लीगली कार्रवाई करेंगे।

Q. जब आप मानते हैं कि आप सही हैं तो क्या आपको बैकफुट पर लाने या राजनीति स्तर पर नीचा दिखाने के लिए कार्रवाई की गई ?
दीया :यह मेरे जानकारी में नहीं है। मगर जो हुआ गलत हुआ है। जेडीए गुंडागर्दी से मुक्त जमीन को हथियाना चाहता है, जेडीए की कार्रवाई को लेकर पूर्व राजघराने के महाराज नरेन्द्र सिंह ने कहा है कि जयपुर राजपरिवार सरकार की ओर से अवाप्त की गई 65 बीघा 16 बिस्वा जमीन की एक इंच भी कब्जा नहीं करना चाहता। मगर अवाप्ति से मुक्त 54 बीघा सात बिस्वा जमीन को राजघराना किसी भी कीमत पर जेडीए या किसी अन्य को कब्जा नहीं करने देगा। जेडीए के अफसर यह जानते हुए कि अवाप्ति से मुक्त जमीन राजपरिवार के स्वामित्व की है एवं डिक्री पारित की हुई है इसके बाद भी दादागिरी से जमीन को हथियाना चाहते हैं।
क्या है इस होटल की खासियत?
- ढाई सौ साल पहले सवाई जयसिंह द्वितीय ने अपनी रानी चंद्र कंवर राणावत के लिए इसे बनवाया था।
- 1821 में राजमहल पैलेस ब्रिटिश सरकार के अधीन राजपूताना का पॉलिटिकल ऑफिस था।
- 1958 में महाराजा सवाई सिंह द्वितीय ने यहीं पर रहना शुरू किया था।
- इस होटल में कभी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग, लॉर्ड और लेडी माउंटबेटन जैसी हस्तियां ठहर चुकी हैं।

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