रविवार, 21 अगस्त 2016

उर्जित पटेल होंगे RBI के नए गवर्नर

उर्जित पटेल होंगे RBI के नए गवर्नर: तीन साल का होगा टेन्योर, महंगाई कंट्रोल करने में रहा है अहम रोल


नई दिल्ली.रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI ) के नए गवर्नर उर्जित पटेल होंगे। शुक्रवार को सरकार की ओर से इसका एलान किया गया। उर्जित फिलहाल आरबीआई के डिप्टी गवर्नर हैं। उनका कार्यकाल 3 साल का होगा। मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है। वे आरबीआई के 24th गवर्नर होंगे। बता दें कि महंगाई कंट्रोल करने में पटेल का अहम रोल रहा है। इनके पास पहले से ही मॉनेट्री पॉलिसी डिपार्टमेंट का जिम्‍मा है। मोदी-जेटली के बीच घंटे भर की मुलाकात के बाद नाम पर लगी मुहर...
- एएनआई की खबर के मुताबिक, उर्जित पटेल 4 सितंबर के बाद अपना चार्ज संभाल लेंगे।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वित्त मंत्री अरुण जेटली गुरुवार को इस मसले पर नरेंद्र मोदी से चर्चा करने पहुंचे थे। दोनों के बीच करीब 1 घंटे बातचीत हुई थी।
- इसके बाद पटेल के नाम पर मुहर लगी। अप्वाइंटमेंट्स कमेटी ऑफ कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर पटेल को बधाई भी दी।
- चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर अरविंद सुब्रमण्यम, एसबीआई की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य, इकोनॉमिक अफेयर्स के सेक्रेटरी शक्तिकांत दास और सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा भी गवर्नर बनने की दौड़ में थे।
इसलिए बनी उर्जित के नाम पर सहमति
#1. रघुराम राजन ने ही की पहली सिफारिश
- सबसे पहले रघुराम राजन ने उर्जित पटेल का नाम सुझाया था। उनका कहना था कि जो काम तीन साल में हुए, उनमें पटेल की अहम भूमिका।
#2. उर्जित पटेल को हमेशा आगे रखा
- उर्जित सबसे अहम मॉनिटरी पॉलिसी डिवीजन के प्रमुख थे। पॉलिसी से जुड़े सवालों के दौरान राजन उन्हें ही जवाब देने के लिए आगे करते थे।
#3. नॉन ब्यूरोक्रेसी बैंकग्राउंड होना
​-आरबीआई में 5 डिप्टी गवर्नरों में एक अर्थशास्त्री होता है। पटेल ब्यूरोक्रेसी कैटेगरी से थे। इसका फायदा आरबीआई को आगे भी मिलेगा।
कौन हैं उर्जित पटेल?
- 52 साल के पटेल को इस साल जनवरी में तीन साल के लिए री-अप्वाॅइंट किया गया था। वे 11 जनवरी 2013 को आरबीआई से जुड़े।
- रघुराम राजन के आने से पहले ही वे आरबीआई में आ गए थे। 
- राजन और उर्जित में समानता ये है कि दोनों वाशिंगटन में आईआईएफ में साथ काम कर चुके थे।
- उर्जित कई फाइनेंशियल कमेटी के मेंबर रह चुके हैं। 2014 में देश में पहली बार महंगाई दर का लक्ष्य तय करने का फैसला भी पटेल की अगुआई वाली कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही हुआ था।
-पटेल ने कहा था कि खुदरा महंगाई का लक्ष्य 4% रखा जाना चाहिए और इसमें 2% कम-ज्यादा की गुंजाइश हो।
- आरबीआई में आने से पहले पटेल बोस्‍टन कंसल्टिंग ग्रुप के एडवाइजर थे।
ये होंगी चुनौतियां
- आरबीआई के नए गवर्नर के पास सबसे बड़ी चुनौती महंगाई कंट्रोल करने की होगी।
- महंगाई को लेकर पटेल का रुख राजन के ही समान है। राजन भी ग्रोथ के बजाय महंगाई को ज्यादा तवज्जो देते रहे हैं।
- माना जा रहा है कि ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक की सख्त नीति बरकरार रहेगी।
- साथ ही मोदी सरकार के कई अहम रिफॉर्म्स की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर होगी।
- कहा जाता है कि राजन को बनाए रखने के लिए इंडस्ट्री से लेकर फाइनेंस मिनिस्‍ट्री तक की रजामंदी थी।
- ऐसे में नए सिरे से काम शुरू करते वक्त उर्जित पटेल को इसी तरह का सपोर्ट हासिल करना होगा।

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