सोमवार, 8 अगस्त 2016

आजाद का पीएम को खुला पत्र, कश्मीरियों का दिल जीतें,चुप न रहें

नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने पीएम को खुला पत्र लिखा है जिसमें कहा है कि कश्मीर के लोगों का दिल जीतना जरूरी है। उन्होंने लिखा है-मैं राज्य के लोगों का दिल जीतने और यह सुनिश्चित करने के वास्ते तत्काल कदम उठाने के लिए आपसे ध्यान देने का आग्रह करता हूं कि जल्द से जल्द कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल हो। 

राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने इस बात को लेकर खेद जताया कि कश्मीर में स्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आजाद ने समाधान के लिए राजनीतिक प्रक्रिया पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि पूववर्ती सरकारों ने उकसावे की सबसे खराब स्थिति में भी बाहरी या आंतरिक मोर्चे पर उसे कभी नहीं छोडा। 

उन्होंने लिखा,तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिल्ली-लाहौर बस सेवा के बाद उठायी गई इस पहल की सभी ने प्रशंसा की थी कि कश्मीर मुद्दे का हल इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत के दायरे में किया जा सकता है। कांग्रेस नेता के मुताबिक इसी तरह से मनमोहन सिंह की अगुवाई में तत्कालीन संप्रग सरकार ने उरी-मुजफ्फराबाद और पुंछ -रावलकोट के बीच बस सेवा शुरू करके राज्य के लोगों का दिल जीतने के लिए कुछ ठोस कदम उठाये थे। 
आजाद ने लिखा कि दुर्भाग्य से आपके नेतृत्व वाली वर्तमान राजग सरकार की ओर से ऎसी कोई पहल सामने नहीं आ रही है। आजाद ने अफसोस जताते हुए लिखा कि सरकार 2008 और 2010 के विरोध प्रदर्शनों से सबक लेना या तो भूल गई है या उसे अनदेखा कर रही है। उस वक्त सरकार ने समस्या के राजनीतिक पहलू को समझा था और कम से कम एक प्रक्रिया की शुरूआत करते हुए सर्व दल संसदीय प्रतिनिधित्व मंडल को घाटी भेजा था।

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