मंगलवार, 16 अगस्त 2016

कोटा में रोकी तिरंगा यात्रा, असामाजिक तत्वों ने लगाए आपत्तिजनक नारे, क्षेत्र में आक्रोश

कोटा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में निकाली जा रही तिरंगा यात्राओं में से एक यात्रा को यहां कोटा के हाथीखेड़ा गांव में रोक दिया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने आपत्तिजनक नारे लगाते हुए यात्रा को रोका। कौन थे ये लोग...

- असल में कोटा के हाथी खेड़ा गांव से जब स्वतंत्रता दिवस पर यह यात्रा निकल रही थी, उसी दौरान एक समुदाय विशेष के कुछ लोग यहां पहुंचे और यात्रा पर आपत्ति जताने लगे।
- आरोप है कि उन्होंने देश विरोधी नारे भी लगाए।
- इसके बाद उन्होंने यात्रा को आगे बढ़ने में व्यवधान डाला।
- इसके बाद बवाल हो गया। लोगों ने यात्रा रोकने का विरोध किया।
- पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर कोटा एसपी भी पहुंचे।
- उन्होंने यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी।
- हालांकि कोटा एसपी इसे छोटा-मोटा मामला बता रहे हैं, लेकिन जिस तरह से वहां फोर्स तैनात की गई है, उससे स्पष्ट है कि खासा बवाल हुआ है।

लोगों ने टायर जलाकर किया विरोध, गिरफ्तारी की मांग

देश की आजादी की तिरंगा यात्रा को रोकने वालों के खिलाफ अब गांव और यात्रा में शामिल लोग विरोध में उतर आए हैं।
- इन लोगों का कहना है कि तिरंगा यात्रा को रोकने वाले देश द्रोहियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
- उन्होंने आरोप लगाया है जो देश के खिलाफ नारे लगाए और देशभक्ति के खिलाफ खड़ा हो, उसे इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं।

दोनों दलों ने बताया निंदनीय

कोटा सांसद ओम बिड़ला का कहना है कि देश के हर व्यक्ति का जश्न है। यात्रा रोकने वाला देशभक्त नहीं हो सकता। देश की आजादी की यात्रा है। सभी जाति-धर्म के लोग इस आजादी में शहीद हुए हैं। देश में हमारे यहां जाति-धर्म के आधार पर यात्राएं नहीं निकाली जाती। तिरंगा यात्रा को रोकना बिल्कुल गलत है। कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ. अर्चना शर्मा ने भी यात्रा में व्यवधान डालने की घटना को निंदनीय बताया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह विरोध या व्यवधान किन परिस्थितियों में पैदा हुआ, जांच में ही सामने आएगा।कोटा में असामाजिक तत्वों ने तिरंगा यात्रा रोकी तो लोगों ने विरोध किया।       पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर कोटा एसपी भी पहुंचे।

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