सोमवार, 22 अगस्त 2016

बारिश के बीच #Rio क्लोजिंग सेरेमनी

बारिश के बीच #Rio क्लोजिंग सेरेमनी: 1432 दिन बाद टोक्यो में होगा अगला ओलिंपिक, सुपर मारियो लुक में आए जापान के PM


रियो डि जेनेरियो. ब्राजील के रियो शहर में 5 अगस्त से चल रहे 31वें ओलंपिक गेम्स का समापन रविवार को बेहद रंगारंग और तड़क भड़क वाले कार्यक्रम के बीच हो गया। क्लोजिंग सेरेमनी यहां के मारकाना स्टेडियम में हुई। इस दौरान हुए कार्यक्रमों में सैकड़ों कलाकारों ने अपने देश की संस्कृति, उसकी सभ्यता और उसकी विविधता के बारे में दुनियाभर के लोगों को अलग-अलग प्रस्तुतियों के जरिए बताया। हालांकि प्रोग्राम के दौरान हल्की-हल्की बारिश भी होती रही लेकिन इसका इस सेरेमनी के उत्साह पर कोई असर नहीं पड़ा। कैसा रहा शिंजो आबे का एक्सपीरियंस...

- रियो के बाद अगला ओलिंपिक 1432 दिन बाद यानी 2020 में जापान के टोक्यो में होगा। ओलिंपिक का फ्लैग ब्राजील से रिसीव करने के मौके पर जापान के पीएम शिंजो आबे खुद मौजूद थे। 
- दिलचस्प रूप से वे सुपर मारियो लुक में नजर आए। पोडियम पर वे रेड कैप पहने थे। एनिमेशन गेम की तरह ही वे स्टेज पर बने ग्रीन पाइप से बाहर निकले और हाथ हिलाकर लोगों का स्वागत किया।
- 2020 के टोक्यो ओलिंपिक गेम्स के लिए सिटी पास बैटन इवेंट के दौरान टोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके को दी गई।
रंगारंग कार्यक्रमों ने जीता सबका दिल
- प्रोग्राम की शुरूआत कलाकारों के ओलिंपिक रिंग्स और क्राइस्ट द रिडिमर की वर्चुअल इमेज बनाने से शुरू हुई। इसके बाद मेजबान देश का नेशनल एंथम बजाया गया। फिर शुरू हुआ ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले 206 देशों के खिलाड़ियों का मार्च पास्ट।
- मार्च पास्ट की शुरुआत हमेशा की तरह ओलिंपिक खेलों को शुरू करने वाले देश ग्रीस के प्लेयर्स से हुई।
- इस दौरान ब्राजील और जापान का खिलाड़ियों का ग्रुप एक साथ स्टेडियम में आया। क्योंकि अगले ओलिंपिक के लिए मेजबानी ब्राजील से लेकर जापान को दी गई।
- क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की तरफ से रेसलिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक ने भारतीय ध्वज थामा।
- सेरेमनी के दौरान लगातार बारिश हो रही थी मगर खिलाड़ियों का हौंसला, उनका उत्साह और उनकी खुशी जरा भी कम नहीं हुई।
- इसी इवेंट के दौरान एक ओलिंपिक चैनल की शुरुआत भी हुई। जो स्पोर्ट्स के तमाम इवेंट पेश करेगा।
- वहीं रंगारंग कार्यक्रमों में ब्राजील की सभ्यता, संस्कृति और वहां मौजूद विविधताओं की झलक दिखाई दी। क्लोसिंग सेरेमनी के दौरान गीत-संगीत और डांस प्रोग्राम्स भी हुए। इस दौरान ब्राजील का पारंपरिक संगीत भी सुनाई दिया।
- कलरफुल प्रोग्राम्स के दौरान उनमें ब्राजीलियन क्राफ्ट और वहां के क्ले आर्ट को भी शानदार अंदाज में प्रमोट किया गया।
- इस दौरान उन हजारों वोलेंटियर्स को भी स्पेशल थैंक्स कहा गया, जिनकी कड़ी मेहनत से करीब दो हफ्ते तक ये प्रोग्राम सफलतापूर्वक चला।
- प्रोग्राम के अंत में इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी के चीफ थॉमस बक ने रियो ओलिंपिक के खत्म होने की ऑफिशियल घोषणा की।
किसने जीते कितने मेडल
- इस बार ओलिंपिक गेम्स में 206 देशों ने हिस्सा लिया था जिसमें सबसे ज्यादा मेडल अमेरिका के एथलीट्स ने जीते।
- अमेरिका मेडल टैली में पहली पोजिशन पर रहा। उसने 46 गोल्ड समेत कुल 121 मेडल्स जीते।
- जबकि ब्रिटेन दूसरी पोजिशन पर रहा, ब्रिटेन के एथलीट्स ने 27 गोल्ड समेत 67 मेडल्स जीते।
- चीन आश्चर्यजनक रूप से तीसरे नंबर पर खिसक गया। उसे 26 गोल्ड समेत कुल 70 मेडल्स मिले।
- भारत को 1 सिल्वर और 1 ब्रोंज समेत कुल 2 मेडल मिले और वो मेडल टेली में 67th नंबर पर रहा।

आठ साल में हमारी सबसे खराब परफॉर्मेंस
- हमारे एथलीटों ने 15 खेलों के 70 इवेंट में हिस्सा लिया लेकिन 68 में वे खाली हाथ रहे।
- कुश्ती में भारत के पदक की उम्मीद योगेश्वर दत्त क्वालिफिकेशन राउंड में ही हार गए।
- मंगोलिया के मंदाखनारन गांजोरिग ने उन्हें 65 किग्रा वेट केटेगरी में 3-0 से हरा दिया।
- गांजोरिंग भी क्वार्टर फाइनल हार गए। लिहाजा योगेश्वर की रेपचेज राउंड की उम्मीद भी टूट गई। 
- मैराथन में टी गोपी 25वें, खेता राम 26वें और नितेंद्र सिंह 84वें स्थान पर रह गए। 
- भारत ने रियो में सिर्फ दो मेडल जीते। पीवी सिंधु ने सिल्वर और साक्षी ने ब्रॉन्ज जीता।
- यह पिछले तीन ओलिंपिक यानी आठ साल में भारत का सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
- भारत ने बीजिंग में तीन और लंदन में छह मेडल जीते थे। यह दूसरा मौका है जब हमारी सिर्फ महिला खिलाड़ी मेडल जीत सकीं।
- इससे पहले 2000 में सिडनी ओलिंपिक में एकमात्र मेडल कर्णम मल्लेश्वरी ने दिलाया था।
- पिछले 12 साल में यह पहला मौका है जब हमारा कोई भी पुरुष खिलाड़ी मेडल नहीं जीत पाया।

चीन ने किया 16 साल में सबसे खराब प्रदर्शन
- चीन ने रियो में 26 गोल्ड सहित 70 मेडल जीते। यह चीन का पिछले 16 साल में ओलिंपिक में सबसे कमजोर प्रदर्शन है।
- उसने 2000 सिडनी ओलिंपिक में 28 गोल्ड सहित 58 मेडल जीते थे। जबकि 2004 (एथेंस) में 32 गोल्ड सहित 63 मेडल जीते थे।
- 2008 (बीजिंग) में 51 गोल्ड सहित 100 मेडल और 2012 (लंदन) में 38 गोल्ड सहित 88 मेडल जीते थे।
- 2004 और 2012 में चीन मेडल टेबल में दूसरे और 2008 में पहले स्थान पर रहा था। 
- इस तरह वह सिडनी के बाद पहली बार तालिका में टॉप-2 स्थान पर नहीं आ सका।
- चीन ने रियो में 412 एथलीट भेजे थे, जो विदेश में होने वाले ओलिंपिक में उसका अब तक का सबसे बड़ा दल है।
- पिछले ओलिंपिक की तुलना में इस बार उसे जिम्नास्टिक में पांच, स्वीमिंग में चार, बैडमिंटन में तीन, शूटिंग में एक गोल्ड मेडल का नुकसान हुआ है।
- हालांकि, डाइविंग, वेटलिफ्टिंग, टेबल टेनिस में उसने अपना दबदबा कायम रखा है।
मेडल टेली :
पोजिशनदेशगोल्डसिल्वरब्रोंजटोटल
1अमेरिका463738121
2ब्रिटेन27231767
3चीन26182670
4रूस19181956
5जर्मनी17101542
67भारत01102
बैडमिंटन : पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता, श्रीकांत क्वार्टर में पहुंचे
कुश्ती : साक्षी मेडल जीतीं, विनेश चोटिल होकर बाहर, अन्य सभी पहली बाउट हारे।
तीरंदाजी : अतानु, दीपिका, बोंबायला प्री क्वार्टर में हारे, महिला टीम क्वार्टर फाइनल शूटऑफ में हारी।
एथलेटिक्स : एक भी पुरुष एथलीट हीट या पहले राउंड से आगे नहीं बढ़ पाया, ललिता बाबर फाइनल खेलने वाली एकमात्र भारतीय महिला एथलीट।


बॉक्सिंग : विकास क्वार्टर, मनोज प्री क्वार्टर और शिवा थापा पहला मैच ही हारे
हॉकी : पुरुष टीम क्वार्टर में हारी। महिला टीम आखिरी स्थान पर रही
गोल्फ : एसएसपी चौरसिया 50वें, अनिर्बाण 57वें और अदिति 41वें स्थान पर रहीं।
जिम्नास्टिक : दीपा वॉल्ट में 0.15 अंक से ब्रॉन्ज चूकीं।
जूडो: अवतार पहले राउंड में रिफ्यूजी खिलाड़ी से हारे।भारत साबित हुआ सबसे फिसड्डी
- ओलिंपिक में 100 से ज्यादा एथलीट भेजने वाले देशों में भारत सबसे फिसड्डी रहा।
- अलग-अलग देशों के प्लेयर्स और मेडल के अनुपात की बात करें तो अमेरिका का सक्सेस रेट 22% से ज्यादा है। जबकि हमारा सक्सेस रेट केवल 1.68% ही रहा।
- रियो में भारत समेत 34 देशों ने 100 से अधिक खिलाड़ी उतारे। इनमें भारत के बाद सबसे खराब प्रदर्शन मिस्र (3 मेडल) का रहा। मिस्र ने 122 खिलाड़ी उतारे थे।
100 से ज्यादा एथलीट भेजने वाले देशों का सक्सेस रेट :
देशएथलीटमेडलसक्सेस रेट
अमेरिका55412022%
ब्रिटेन3746718%
चीन4057017%
रूस2865620%
जर्मनी441429.29%
भारत11921.68%
रोइंग : दत्तू क्वार्टर में हारे।
शूटिंग : सिर्फ अभिनव बिंद्रा और जीतू राय ही फाइनल में पहुंचे।
स्वीमिंग : साजन, शिवानी हीट से आगे नहीं बढ़े।
टेनिस : मिक्स्ड डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल मैच में हारी सानिया-बोपन्ना की जोड़ी
- पुरुष डबल्स और महिला डबल्स में पहले राउंड में ही मिली हार।
टेबल टेनिस: चार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, चारों पहले ही राउंड में हारे
वेटलिफ्टिंग : एस सतीश और चानू फाइनल में ही प्रवेश नहीं कर पाए

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